लाइब्रेरी में जोड़ें

चाय या कॉफी


चाय या कॉफी☕☕ भाग--21

अब तक आपने पढ़ा👇
सुबोध ने आरती को अपने केबिन में बुलाकर  उसे बैठने के लिए कहता है।
अब आगे ः👇

आरती ने  थैंक यू  सर बोलकर बैठ जाती है।

सुबोध  बिना किसी लागलपेट के अपनी बात शुरू करता है
,,आरती ,सुमंगलम को तैयार करने और  खड़ा करने में सिर्फ तुम्हारा ही हाथ है।
और तो और  ,,s ,,( ब्रांड)  को पॉपुलर करने में भी   तुम्हारी ही मेहनत  है।
मैं इस बात से डिनाय नहीं करता।तुम्हारे रिजाइन करने से
यदि मेरा ब्रांडेड यदि फ्लॉप होता है तो मुझे बहुत बुरा लगेगा ।
शमन के साथ पार्टनरशिप का मुझे खामियाजा  मैं या मेरी कंपनी नहीं भुगत सकती । मैं तुम्हें नहीं छोड़ सकता  सुमंगलम की तुम बैकबोन हो।

मैं शमन के सामने कुछ भी नहीं बोलूंगा क्योंकि ऑलरेडी में उसके साथ एक दूसरे ब्रांड के साथ पार्टनरशिप में हूं।,,

आरती चुपचाप सुबोध का चेहरा देख रही थी ।
इतना बोलने के बाद सुबोध कुछ देर चुप हो गया।
वह आरती से उम्मीद कर रहा था कि वह कोई रिएक्ट करें ।
लेकिन आरती ने कुछ भी नहीं कहा ।
जब आरती ने कुछ नहीं कहा तब सुबोध में आगे कहना शुरू किया
,, मेरे दो  और ऑफिस हैं।  एक दुबई में और एक ऑस्ट्रेलिया में।
तुम मेरा दुबई या ऑस्ट्रेलिया दोनों में से एक जगह का ऑफिस वर्क संभाल लो।

कंपनी ( एस) s का काम तुम वहां से देखो ।अपने अंडर में यहां एक टीम बना लो। जो टीम यहां से तुम्हें काम करके दे।
वहां से तुम काम देखो।

आरती ने सोचा... इस समय उसकी सारी जमा पूंजी निकल चुकी है।
और सभी एफडी तक टूट गए हैं।ऊपर से होम लोन भी चल रहे हैं ।
और तो और  मौसा जी की जो हालत है उनका भी खर्च तो उसे ही उठाना पड़ेगा ।
तो यह एक बढ़िया ऑप्शन है।,,

इसलिए उसने बहुत सोच समझ कर कहा
,, सर ,मुझे कोई प्रॉब्लम नहीं है ।इंडिया से बाहर  
कहीं और कंट्री में काम कर सकती हूँ।,,

सुबोध और समझदार और सुलझा हुआ व्यक्ति था।
और उसे आरती के  लिए बहुत ही सॉफ्ट थिंकिंग भी रखता था ।

उसने कहा
,, आरती आई थिंक कि तुम्हें ऑस्ट्रेलिया शिफ्ट हो जाना चाहिए।
तुम  वहां का ऑफिस संभाल लो।,,

आरती ने कहा
,, ठीक है सर, मुझे कोई आपत्ति नहीं है। मैं चली जाऊंगी।
आप मुझे पंद्रह बीस दिन का समय दें।

सुबोध ने कहा
,, वेल डन!, मुझे उम्मीद यही उम्मीद थी  आरती।
मुझे यकीन था कि  तुम ऐसा ही कहोगी।,,

आरती ने कहा
मैं एक वर्किंग पर्सन हूं मुझे जॉब की जरूरत है  यह भी सच है लेकिन मैं भी सुमंगलम और  s  से उतनी ही जुड़ गई हूं।
मुझे विदेश में काम करने में कोई दिक्कत नहीं होगी। मैं शमन से हर हाल में दूर रहना चाहती हूं ।,,
आरती ने कहा।
सुबोध ने मुस्कुराकर कहा--,,दैट्स ग्रेट।मैं तुम्हारे वीजा के लिए अप्लाई कर देता हूँ ।,,

एक  बहुत ही अच्छे पैकेज में आरती को सुबोध ने विदेश के लिए अपने ब्रांड s  के लिए रख लिया था ।

आरती ने सुबोध को थैंक्यू कहकर केबिन से बाहर निकल आती है।

वहां से निकलकर वह सीधे  सिम्मी के केबिन में जाती है।
वह सिम्मी को सुबोध के न्यू प्लान के बारे में बताती है।

सिम्मी  उसे बधाई देते हुए कहती है 
वावो..ग्रेट आरती..!, यह तो बहुत अच्छा न्यूज है।
मैं और तुम मिलकर एक टीम मेंबर की तरह काम करेंगे।
यह तो बहुत ही अच्छा रहेगा ।,,

आरती --,,हां यह बिल्कुल ठीक रहेगा। मैं एक टीम डिसाइड  करती हूं।,,

तभी सिम्मी को कुछ याद आता है ।
उसने कहा
,,एक न्यू  मर्चेंटडाइजर  है ।उसने अपना बायोडाटा भेजा है। अगर तुम चाहो तो उसे उसका इंटरव्यू ले सकती हो?,,

आरती ने कहा
,, हां ठीक है।इंटरव्यू ऑर्गेनाइज कर दो।
मैं एक मीटिंग रख लेती हूं । फिर हमलोग मिलकर डिसाइड करेंगे ।,,

वहां थोड़ी देर रुककर आरती अस्पताल के लिए निकल जाती है।


आरती को देखते ही सविता ने उसे पकड़ कर  किनारे ले गई।
उसने कहा
,, आरती, तेरी नौकरी चली गई है क्या?,,

आरती ने मुस्कुरा कर कहा
लिया ने बताया होगा ना?,,
सबीता--,,पहले मेरी बात का जवाब दे आरती।तेरी नौकरी छूट गई है ना।,,

आरती कुछ जवाब देती उससे पहले ही सबीता ने कहा

,,आरती, कुछ दिनो के लिए तू मेरे साथ ऑस्ट्रेलिया चलो।थोड़े दिन फ्री रहोगी तो माइंड फ्रेश हो जाएगा।,,

आरती ने हँसकर कहा
,,दी,मैंने ऑस्ट्रेलिया जाने का प्रबंध कर लिया।हो सकता है कि मैं अगले महीने ऑस्ट्रेलिया चलीं जाऊं।,,

सबीता ने चिढ़कर कहा
,,आरती,मै मजाक नहीं कर रही हूं।मुझे सच बताना तेरी नौकरी क्यों गई? तू तो सीनियर थी ना सुमंगलम में!,,

यह सुनकर आरती की आंखों में आंसू आ गए ।
उसने कहा
,, सवीता दी, कुछ मेरी गलतियां थी। जिनका खामियाजा लिया को  भुगतना पड़ा।
फिर उसी  के कारण ही मुझे जॉब  छोड़ना पड़ा ।,,

सबीता ने अपनी बड़ी बड़ी आंखें कर आरती को देखा और कहा
,, आरती, इस तरह गोल-गोल मुझे मत घुमा।
साफ-साफ बता ।

आरती ने शमन से लेकर  एक एक सारी बात सबीता को बता दिया।

सबीता ने उसके सिर पर हाथ फेरते हुए कहा 
आरती ,तू मेरी छोटी बहन  है।मैंने लिया से कोई अलग  तुम्हें कभी नहीं समझा।

लिया बच्ची है ।उसकी जिम्मेदारी तुम अपने ऊपर मत लो।वह तो पहले से ही वह मॉडलिंग करती थी ना।

आजकल के बच्चों की सोच बहुत ही घटिया हो गई है।
वह उनकी गलती तू अपने सिर पर थोपने की कोशिश मत कर ।

अपनी जिंदगी आराम से जीने की कोशिश कर।

लिया को समझ नहीं है तो वह अपनी गलती खुद ही भुगतेगी है ।हम क्या कर सकते हैं?,,

आरती --,,नहीं दी ,मैं लिया को शमन के चंगुल में फंसने नहीं दूंगी ।
अब जो हो गया वह हो गया और वह इसे बॉलीवुड तक खींचना चाहता है।
मैं इसे किसी वीडियो शूट में नहीं जाने दूंगी मैं देखती हूं कि मैं क्या कर सकती हूं ।,,

सविता --,,बहुत ही नादान बच्ची है लिया।
जब पापा ठीक हो जाएंगे तो उनके ऊपर क्या बीतेगी?
कैसे सब कुछ ठीक होगा ।
मैं तो चाहती थी कि लिया को अपने साथ ऑस्ट्रेलिया ले जाऊं लेकिन यह तो वहां भी बेड़ा गर्क करेगी।,,

आरती--,,टेंशन मत लो दी, बहुत जल्दी मैं सारे होर्डिंग्स और सब जगह से लिया के फोटो उतरवा  दूंगी ।आप चिंता मत कीजिए।,,

सबिता--,,ह्म्म्म..ठीक है आरती।,,

***
सीमा..☺️
क्रमशः...☕☕

   21
11 Comments

Pallavi

10-Sep-2022 11:11 PM

Very nice

Reply

Sushi saksena

10-Sep-2022 05:00 PM

Bahut khub likha

Reply

Sadhna mishra

10-Sep-2022 01:52 PM

Bahut khub likha

Reply